Monday, August 1, 2011

हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ



हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ,
हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ,
सुनी थी सिर्फ ग़ज़लों में जुदाई की बातें,
जब खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ..

Friday, April 29, 2011

टूटे हुए दिल का मुरब्बा बना गई



टूटे हुए दिल का मुरब्बा बना गई
घर को मेरे कचरे का डब्बा बना गई,
निकाह के 3 महीने भी ना गुजरे थे,
ना जाने किस हिसाब से वो मुझे अब्बा बना गई

Friday, April 1, 2011

क्यों प्यार करके भूल जाते है लोग



क्यों प्यार करके भूल जाते है लोग,
बिच मेहफिल में अक्सर छोड़ जाते है लोग.
न निभाना था साथ जब उम्र भर का.
क्यों दगा देके दुसरो को बेवफा कह जाते है लोग.

Wednesday, March 9, 2011

कभी थी मिलने की तमन्ना आपसे



आज न जाने क्यों आँखों में आँसू आ गया?
लिखते लिखते वो ख़्वाब याद आ गया?
कभी थी मिलने की तमन्ना आपसे...
न जाने क्यू ,आंसुओ में आपकी तस्वीर बन गयी.

हम तो मोहताज है आपकी एक दीदार के लिए



सौ बेवफ़ाई कबूल है एक वफ़ा के लिए,
सौ ऑंसू कबूल है एक हंसी के लिए,
हम तो मोहताज है आपकी एक दीदार के लिए,
सौ दुशमन कबूल है आपके प्यार के लिए !!

हम तोह दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं



गुनाह करके सजा से डरते है
ज़हर पी के दवा से डरते है
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं
हम तोह दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं,

Tuesday, March 8, 2011

एक दोस्त न मिला गम भुलाने के लिए


काफी है सपने दिल को बहलाने के लिए,
मोहब्बत करलो दिल को दुखाने के लिए,
चाहे भले रखना पड़े गम से वास्ता
एक दोस्त न मिला गम भुलाने के लिए !

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है !

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है. जरा सी बात पर आंखें भीगो के बैठ जाते हो, तुझे अब अपने दील का हाल बताना भी मुश्किल है...