Monday, March 7, 2011

किसी को मेरी मौत से खुशी मिल जाए...तो क्या बात हो




किताबो के पन्नों को पलट के सोचता हूँ,
यूँ पलट जाए मेरी ज़िंदगी तो क्या बात हो
ख्वाबो में जो रोज़-रोज़ मिलती है
हकीकत में मिल जाए, तो क्या बात हो
मतलब के लिए तो सब ढूँढ़ते हैं मुझको
बिन मतलब के जो पास आये कोई...तो क्या बात हो
कत्ल करके तो सब ले जायेंगे दिल मेरा
कोई बातों से ले जाए तो क्या बात हो
जिंदा रहने तक ख़ुशी दूँगा सबको
किसी को मेरी मौत से खुशी मिल जाए...तो क्या बात हो !

Monday, February 7, 2011

आपको चाहने वाला सारा जहाँ निकला


मैंने सोचा आपको चाहने वाला सिर्फ मैं हूं,
आपको चाहने वाला सारा जहाँ निकला,
सोचा खुदा से इसकी शिकायत करूँ,
पर वो भी आपको चाहने वाला निकला !

Saturday, February 5, 2011

आग उगलते हैं तेरे शहर के लोग


कैसे आऊं तेरे शहर की ओर,
आग उगलते हैं तेरे शहर के लोग,
मैं तो टूटा एक साक का पत्ता हूँ,
फूल तक कुचलते हैं तेरे घर के लोग.

Wednesday, January 19, 2011

हमरा चेहरा याद आयेगा

अंदाज़ निगाहों के जुबां पे आयेगा,
उस दिन तुम्हे चेहरा हमरा याद आयेगा
पछताओगे तुम उस दिन, जिस दिन
ये हमसफ़र जहाँ से चला जायेगा!!


Thursday, December 30, 2010

Gulshan Per Ghar Bnayenge !

                                             

Waqt Aane Per Gulshan Per Ghar Bnayenge,
Bahare Aayengi Aur Hum Bhi Muskurange,
Hum Koi Phool Nahi Jo Masal Doge,
Hum To Khusbu Hain Jo Hawaoon Me Bikhr Jayenge

Monday, December 13, 2010

Kasam Se Hum Muskurana Chhod Denge !


 Agar Wo Khush Dekh Ke Aansu Mere Aankhon Me,
Khuda Kasam Hum Muskurana Chhod Denge,
Tadapte Rahenge zindagi Bhar Dekhne Ko Usko,
Kasam Se Unki Tarf Nazrein Uthana Chhod Denge !


Friday, November 12, 2010

Zindgi To Sabhi Kaat Lete Hai !




Kaam Karo Aisa Ki Ek Pehchan Ban Jaye,
Har Kadam Aisa Chalo Ki Nisan Ban Jaye,
Yeha Zindgi To Sabhi Kaat Lete Hai,
Zindgi  Jiyo Aisi Ki Misal Ban Jaye .!

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है !

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है. जरा सी बात पर आंखें भीगो के बैठ जाते हो, तुझे अब अपने दील का हाल बताना भी मुश्किल है...