Tuesday, March 8, 2011

माँगा था प्यार में ज़िंदगी तुम से

 
एक एक कदम पे इतने इम्तिहान किस लिए
इतने सारे दर्द, और एक इंसान,किस लिए.
सब के अंदर अच्छा बुरा दोनों मौजूद हैं
अक्सर जीत जाता है शैतान किस लिए
मेरा नहीं है सब कुछ, है तेरा दिया हुआ
हो जाता है फिर किसी को गुमान किस लिए
माँगा था प्यार में ज़िंदगी तुम से,
पर दिया तूने प्यार में मौत किस लिए

ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम से रोना आया.



ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम से रोना आया.
ना जाने क्यों आज तेरे नाम से रोना आया,
यु तो हर शाम उम्मीद में गुज़र जाती हैं.
आज कुछ बातें याद आयी तो शाम पे रोना आया.
कभी तक़दीर, कभी मातम,कभी दुनिया का गिला,
मंज़िल-इ-इश्क़ के हर काम पे रोना आया
जब हुआ ज़माने में मोहब्बत का ज़िक्र.
मुझे अपने दिल-इ-नाकाम पे रोना आया

Monday, March 7, 2011

किसी को मेरी मौत से खुशी मिल जाए...तो क्या बात हो




किताबो के पन्नों को पलट के सोचता हूँ,
यूँ पलट जाए मेरी ज़िंदगी तो क्या बात हो
ख्वाबो में जो रोज़-रोज़ मिलती है
हकीकत में मिल जाए, तो क्या बात हो
मतलब के लिए तो सब ढूँढ़ते हैं मुझको
बिन मतलब के जो पास आये कोई...तो क्या बात हो
कत्ल करके तो सब ले जायेंगे दिल मेरा
कोई बातों से ले जाए तो क्या बात हो
जिंदा रहने तक ख़ुशी दूँगा सबको
किसी को मेरी मौत से खुशी मिल जाए...तो क्या बात हो !

Monday, February 7, 2011

आपको चाहने वाला सारा जहाँ निकला


मैंने सोचा आपको चाहने वाला सिर्फ मैं हूं,
आपको चाहने वाला सारा जहाँ निकला,
सोचा खुदा से इसकी शिकायत करूँ,
पर वो भी आपको चाहने वाला निकला !

Saturday, February 5, 2011

आग उगलते हैं तेरे शहर के लोग


कैसे आऊं तेरे शहर की ओर,
आग उगलते हैं तेरे शहर के लोग,
मैं तो टूटा एक साक का पत्ता हूँ,
फूल तक कुचलते हैं तेरे घर के लोग.

Wednesday, January 19, 2011

हमरा चेहरा याद आयेगा

अंदाज़ निगाहों के जुबां पे आयेगा,
उस दिन तुम्हे चेहरा हमरा याद आयेगा
पछताओगे तुम उस दिन, जिस दिन
ये हमसफ़र जहाँ से चला जायेगा!!


Thursday, December 30, 2010

Gulshan Per Ghar Bnayenge !

                                             

Waqt Aane Per Gulshan Per Ghar Bnayenge,
Bahare Aayengi Aur Hum Bhi Muskurange,
Hum Koi Phool Nahi Jo Masal Doge,
Hum To Khusbu Hain Jo Hawaoon Me Bikhr Jayenge

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है !

तुझे खोना भी मुश्कील है, तुझे पाना भी मुश्कील है. जरा सी बात पर आंखें भीगो के बैठ जाते हो, तुझे अब अपने दील का हाल बताना भी मुश्किल है...